परनारी पैनी छुरी, तीन ठौर से खाय। धन हरे, यौवन हरे, अंत नरक ले जाए।।
परनारी पैनी छुरी, तीन ठौर से खाय।
धन हरे, यौवन हरे, अंत नरक ले जाए।।
परनारी पैनी छुरी, तीन ठौर से खाय।
धन हरे, यौवन हरे, अंत नरक ले जाए।।
कबीर परमेश्वर ने कहा है :- कि नारियों को भगवान ने सुन्दर और मोहक बनाया है और पुरुषों का काम है कि उनके मोह में उलझे बिना अपना काम करें जिसने भी स्त्रियों के रूप जाल और मोहनी अदाओं पर अपने मन और नैनों को भटकाया उसका नाश तय है।
कबीर परमेश्वर ने कहा है :-
पर_नारी_पैनी_छुरी__मति_कोई_करो_प्रसंग !
रावण_के_दस_शीश_गये_पर_नारी_के_संग !!
इस बात को हर कोई जानता है कि रावण ने पर स्त्री यानी भगवान राम की पत्नी सीता का हरण किया था ! परिणाम आपके सामने है कि रावण ने अपने एक लाख पुत्र व सवा लाख पौत्रों (नाती)के साथ अपने वंश का नाश करवा लिया !
इतिहास और पुराणों में इस तरह की कई कथाएं
मौजूद हैं देवी अहिल्या पर कुदृष्टि रखने के कारण
देवराज इन्द्र को अपना सिंहासन गवाना पड़ा था।
वर्तमान में भी आपने ऐसी कई घटनाएं सुनी होगी
की पर स्त्री सम्बंध के कारण कई परिवार तबाह हो गए
इसलिए कबीर साहिब जी ने परस्त्रियों को पैनी छुरी कहा है क्योंकि ये कभी रोकर तो कभी हँस कर पुरूष को अपने मोह जाल मे फसाकर उसका जीवन नष्ट कर देती हैं ।
तुलसीदास जी ने भी अपने एक दोहे में कहा है
नैनों_काजर_देय_के_गाढ़े_बांधे_केस !
हाथों_मेहन्दी_लाय_के_बाघिन_खाय_देश !!
यानी स्त्री आंखों में काजल लगाकर, बालों को अच्छी तरह से सँवारकर हाथों में मेहंदी लगाकर अपने रूप आकर्षण से पूरी दुनियां को बांध लेती है।
इसलिए ऐसी स्त्रियों से सदैव दूर रहना चाहिए क्योकि अंत में इसका परिणाम आपको ही भुगतना पड़ता है !!!
अधिक जानकारी के लिए पढ़ें पुस्तक ज्ञान_गंगा या जीने_की_राह और सत्संग सुने शाम 07:30 बजे साधना चैनल पर !
मनुष्य जीवन के लिए सही अध्य्यात्मिक ज्ञान बहुत जरूरी है अगर सही आध्यात्मिक ज्ञान नही मिला तो मनुष्य जीवन बेकार है ओर सही अध्य्यात्मिक ज्ञान इस धरती पर केवल संत_रामपाल_जी_महाराज_जी के पास ही है।
In this book nothing any new thing only critism of chaturbhed geeta and, sanhita, puran
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